पंडित स्टेटस हिंदी में | Brahman Quotes in Hindi Language

 पंडित स्टेटस हिंदी में | Brahman Quotes in Hindi Language


 



जब तक रगो में आखिरी कतरा हैं, शरीर पर रूह का कब्जा रहेगा,

हम पंडित Ji हैं, और यही Pandito वाला jajba रहेगा।।


 


 


मोटिवेशनल ब्राह्मण स्टेटस हिंदी में

 


 



ब्राह्मण वो हैं जो शस्त्र और शास्त्र के,

सहयोग से समाज से अज्ञानता को दूर करे।


 


 


ब्राह्मण इस देश की शान हैं, ब्राह्मण देश का अभिमान हैं।


 


 


ब्राह्मण भूखा तो सुदामा, ब्राह्मण समझा तो चाणक्य, ब्राह्मण रूठा तो परशुराम।


 


 


ना किसी का बाबू हूँ और ना ही किसी का प्यार हूँ,

बस कुछ “दोस्त” हैं मी अपने जिनका मैं क्यूट कमीना यार हूँ।


 


 


ब्राह्मण वह हैं जो ब्रह्मा को ही मोक्ष का आधार मानता हो।


 


 


ब्राह्मण का आना, और बसन्त का आना, एक सा होता हैं,

क्योकि जब बसंत आता हैं, तो प्रकृति सुधर जाती हैं “और”

जब ब्राह्मण आता हैं, तो संस्कृति सुधर जाती हैं।

 


जब तक रगो में आखिरी कतरा हैं, शरीर पर रूह का कब्जा रहेगा,

हम पंडित Ji हैं, और यही Pandito वाला jajba रहेगा।।


 


 


मोटिवेशनल ब्राह्मण स्टेटस हिंदी में

 


 


ब्राह्मण वो हैं जो शस्त्र और शास्त्र के,

सहयोग से समाज से अज्ञानता को दूर करे।


 


 


ब्राह्मण इस देश की शान हैं, ब्राह्मण देश का अभिमान हैं।


 


 


ब्राह्मण भूखा तो सुदामा, ब्राह्मण समझा तो चाणक्य, ब्राह्मण रूठा तो परशुराम।


 


 


ना किसी का बाबू हूँ और ना ही किसी का प्यार हूँ,

बस कुछ “दोस्त” हैं मी अपने जिनका मैं क्यूट कमीना यार हूँ।


 


 


ब्राह्मण वह हैं जो ब्रह्मा को ही मोक्ष का आधार मानता हो।


 


 


ब्राह्मण का आना, और बसन्त का आना, एक सा होता हैं,

क्योकि जब बसंत आता हैं, तो प्रकृति सुधर जाती हैं “और”

जब 


जब तक रगो में आखिरी कतरा हैं, शरीर पर रूह का कब्जा रहेगा,

हम पंडित Ji हैं, और यही Pandito वाला jajba रहेगा।।


 


 


मोटिवेशनल ब्राह्मण स्टेटस हिंदी में

 


 


ब्राह्मण वो हैं जो शस्त्र और शास्त्र के,

सहयोग से समाज से अज्ञानता को दूर करे।


 


 


ब्राह्मण इस देश की शान हैं, ब्राह्मण देश का अभिमान हैं।


 


 


ब्राह्मण भूखा तो सुदामा, ब्राह्मण समझा तो चाणक्य, ब्राह्मण रूठा तो परशुराम।


 


 


ना किसी का बाबू हूँ और ना ही किसी का प्यार हूँ,

बस कुछ “दोस्त” हैं मी अपने जिनका मैं क्यूट कमीना यार हूँ।


 


 


ब्राह्मण वह हैं जो ब्रह्मा को ही मोक्ष का आधार मानता हो।


 


 


ब्राह्मण का आना, और बसन्त का आना, एक सा होता हैं,

क्योकि जब बसंत आता हैं, तो प्रकृति सुधर जाती हैं “और”

जब ब्राह्मण आता हैं, तो संस्कृति सुधर जाती हैं।


  ब्राह्मण आता हैं, तो संस्कृति सुधर जाती हैं।




@girrajsharmaeditz 

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